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भोपाल नहीं आता-Bhopal Nahi Aata-Hindi Ghazal-best hindi Ghazal by ℕ 𝕂𝕦𝕞𝕒𝕣


किसने कहा मन में सवाल नहीं आता! 
ऐसा नहीं है कि तेरा ख्याल नहीं आता!! 

ख्वाबों में हो जाती है, हर रात मुलाकातें, 
इसिलिए मिलने तुझसे भोपाल नहीं आता!! 

लोग किया करते हैं गल्तियां बहुत लेकिन, 
उनको अपनी गल्तीयों पे मलाल नहीं आता!! 

होतें है कुछ ऐसे भी रंगीले रतन जग में,
जिन्हें सफेद हुए सर का खयाल नहीं आता!! 

बंद करूं आंखें और सब भूल जाऊं, 
करते मुझे ऐसा, कमाल नहीं आता!! 

थक चुके हैं वक्त के पहिए पे घूम कर, 
हम सोचते हैं क्यों ये भूचाल नहीं आता!! 

अखबारों सी आती है मुश्किलें रोज, "कुमार"
क्यों जिंदगी में मौसम-ए-बहाल नहीं आता... 

@pawarnkumar


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1 Comments

Swati chourasia

07-Dec-2021 03:23 PM

Very beautiful 👌

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